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कण भौतिकी में फ्लेवर
फ्लेवर क्वान्टम संख्या:

सम्बंधित क्वांटम संख्या:


संयुक्त:


फ्लेवर मिश्रण

उच्च ऊर्जा भौतिकी में B − L (उच्चारण "बी माइनस एल" या "बी ऋण एल") बेरिऑन संख्या (B) और लेप्टॉन संख्या (L) का अन्तर है।

यह क्वांटम संख्या कुछ महा-एकीकृत सिद्धान्त मॉडलों में ग्लोबल/गेज U(1) सममिति का आवेश है जिसे U(1)B − L कहा जाता है। एकाकी बेरिऑन संख्या और लेप्टॉन संख्या से भिन्न यह परिकल्पित समरूपता काइरल असमता अथवा गुरुत्वीय असमता में भी यह सममिति भंग नहीं होती इसी लिए इसे व्यापक सममिति कहते हैं। यदि B − L सममिति यदि मौजूद है तो न्यूट्रिनो जैसे द्रव्यमान रहित कणों के लिए स्वतः विघटन आवश्यक होता है। इस सममिति से सम्बद्ध गेज बोसॉनों को सामान्यतः X और Y बोसॉन कहा जाता है।

उस असंगत अवस्था में जहाँ बेरिऑन संख्या संरक्षण और लेप्टॉन संख्या संरक्षण अलग-अलग विघटित होते हैं वहाँ इस प्रकार निरसित होते हैं कि B − L हमेशा संरक्षित रहता है। इसका एक परिकल्पित उदाहरण प्रोटॉन क्षय है जहाँ एक प्रोटॉन (B = 1; L = 0) एक पाइमेसॉन (B = 0, L = 0) और पोजीट्रॉन (B = 0; L = −1) में क्षयित होता है।

दुर्बल हाइपर आवेश YW, B − L से निम्न प्रकार सम्बद्ध है:

X + 2YW = 5(B − L)

जहाँ X महा-एकीकृत U(1) सममिति से सम्बद्ध संरक्षित क्वांटम संख्या है।

इन्हें भी देखें

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